1. वित्तीय प्रस्ताव: इस बार के बजट में सरकार ने विभिन्न प्रमुख वित्तीय प्रस्तावों को प्रस्तुत किया है, जिसमें लोकप्रिय योजनाओं का विस्तार किया गया है जो आम जनता के लिए फायदेमंद होंगे।
  2. कृषि विकास: कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए, नए किसान कल्याण योजनाओं और अन्य समर्थन कार्यक्रमों के लिए अधिक वित्तीय समर्थन उपलब्ध कराया गया है।
  3. स्वास्थ्य और शिक्षा: स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में नई योजनाओं की घोषणा की गई है, जिससे इन क्षेत्रों में सुधार किया जा सकेगा।
  4. रोजगार और उद्यमिता: बजट में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए, नए निवेश योजनाओं और रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहन दिया गया है।
  5. पर्यावरण और ऊर्जा: पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा संसाधनों को बढ़ावा देने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है।

इन अंशों से स्पष्ट होता है कि बजट 2024-25 भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

वैश्विक संदर्भ: बजट वैश्विक आर्थिक संदर्भ में पेश किया गया है, जहां भारत ने 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनने का लक्ष्य रखा है¹।

  • बजट की प्राथमिकताएँ: बजट नौ मुख्य प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करता है, जिनमें से यह हैं¹:
    • कृषि में उत्पादकता और संघर्षशीलता: कृषि अनुसंधान, प्राकृतिक खेती, और कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी संरचना को बदलना।
    • रोजगार और कुशलता: रोजगार संबंधित प्रोत्साहन, कुशलता कार्यक्रम, और शिक्षा ऋण।
    • समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय: संपूर्णता दृष्टिकोण, महिला-नेतृत्व विकास, और सामाजिक न्याय पहल।
    • विनिर्माण और सेवाएं: एमएसएमई पर समर्थन, क्रेडिट गारंटी योजनाएं, और ई-कॉमर्स निर्यात हब्स।
    • शहरी विकास: शहरों को विकास के केंद्र बनाना, रचनात्मक पुनर्विकास, और शहरी आवास।
    • ऊर्जा सुरक्षा: ऊर्जा परिवर्तन, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, और पंप भंडारण नीति।
    • इंफ्रास्ट्रक्चर: इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, और पर्यटन।
    • नवाचार, अनुसंधान और विकास: अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था, महत्वपूर्ण खनिज मिशन, और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी संरचना अनुप्रयोग।
    • अगली पीढ़ी के सुधार: आर्थिक नीति ढांचा, भूमि संबंधी सुधार, और श्रम संबंधी सुधार।

ये थे बजट 2024-25 के मुख्य अंश, जिनसे स्पष्ट होता है कि भारत अपने आर्थिक विकास और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने का लक्ष्य रखता है।

टैक्सेशन: बजट में करों में परिवर्तन किए गए हैं, जिसमें से¹:

  • व्यक्तिगत आयकर: संशोधित टैक्स स्लैब, जिससे वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए ₹ 17,500 तक की बचत होगी।
  • प्रत्यक्ष कर: गुमास्ता कानूनों में संशोधन, जीएसटी कानूनों में संशोधन और छूटों में परिवर्तन।
  • अन्य पहल: बजट में विभिन्न अन्य पहल शामिल हैं, जैसे¹:
  • प्रधानमंत्री कार्यक्रम रोजगार और कुशलता के लिए: कवरेज और अनुमानित केंद्रीय बजट।
  • प्रत्यक्ष करों से संबंधित संशोधन: गुमास्ता कानूनों और जीएसटी कानूनों में कानूनी परिवर्तन।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *